Thursday, November 22, 2007

हिमाचल भाग - २

दूसरा दिन: लम्बी रात के बाद अपनी अपनी सुविधानुसार उठ कर हम लोगों ने सोलंग जाने का निश्चय किया| सोलंग की ओर जाते समय जब हम वादियों का आनंद ले रहे थे अचानक हमारी मित्र को ज्ञात हुआ कि उसकी अंगूठी गायब है| इसी उधेड़्बून्द में हम लोगों को उसे ढूँढने वापस लौटना पड़ा| और इसे किस्मत कहिये या कुछ और पर अंगूठी घास में पड़ी मिल ही गयी| और हम सब वापस चेहरे पर मुस्कराहट लिए वादियों का और भी आनंद लेते हुए फिर सोलंग की ओर चल दिए| पहाड़ों से घिरी इस बेहद खूबसूरत वादी में आप पैरा ग्लाइडिन्ग का मज़ा ले सकते हैं| और एक दुसरे से पूछने की ज़रूरत तो थी नहीं और पल भर में हम लोग पहाड़ पर करने लगे, ऊंचे स्थान से शुरुआत करने को| थोड़ी ही देर में हमे ज्ञात हुआ के पहाड़ कितना ऊंचा है और लोग क्यों वहाँ घोड़े पर जाते हैं| परन्तु हमने दृढ निश्चय कर ही लिया था और चढाई का आनंद भी अलग ही था| तो बस हांफते हुए ही सही लेकिन हम वहँ तक अपने पैरों पर पहुंच ही गए| और सारा पसीना उस नजारे के लिए शायद नाकाफी था| हवा की दिशा परिवर्तित होने से पहले ही हमे ग्लाइडिन्ग प्रारंभ करनी थी और एक बाद एक, बस हम लोग आसमान की गोद में थे| कानों के बगल से सर सर निकलती हवा और आंखों के सामने निशब्द कर देने वाले नजारे| कुछ ही मिनिटों में आप ऐसे आनंद का अनुभव करते हैं जो शायद बतलाया नहीं जा सकता| ग्लाइडिन्ग के बाद आस पास कुछ शांत सडकों पर सैर करने का लुत्फ़ भी उठाते बनता है| पीली पत्तियों से अटी सड़कें और दूर पहाड़ों की चोटियों पर बर्फ, जो गोधूली की बेला में गुलाबी दिखती है, मानो कोई चित्रकार अपनी पेंटिंग से आपका दिल जीतना चाहता हो| इसी नज़ारे का लुत्फ़ उठाते हुए हम लौट पड़े| ज्यादा शब्दों की ज़रूरत नहीं थी और हम सब जानते थे उस सुकून का एहसास जो वहाँ हम छोड़ जा रहे थे| रात को फिर आग के अलाव पर हाथ सेकते हुए इस बार हम में से एक ने सुझाव दिया आलू और प्याज को आग पर "पका" कर खाने का| बस फिर क्या था एक हैन्गर को तोड़ मरोड़ कर सीधा किया गया और उस पर आलू चढा कर आग में सेंकने के लिए रख दिया गया था| और आप माने या न माने बेहद स्वादिष्ट लगता है यह| बस यूं ही खाते पीते हमने दूसरे दिन का अंत किया|

2 comments:

Madhuri said...

Oh losing that ring was a nightmare I will not want to go through again - thank God we found it.

Madhuri said...

BTW, I have tagged you with a meme - on my travel blog, http://travellingboots.wordpress.com/2007/12/21/meme/
Please take it up - I am sure you have enough special pics to share this year.